Monday, August 30, 2021

दिल को छूने वाली दो घटनाये।

*#टोक्यो_ओलम्पिक 2021_की_2 महान_घटनाएं जो स्वर्णिम इतिहास बन गईं* 

            *पहली घटना*

*केनिया के सुप्रसिद्ध धावक अबेल मुताई आलंपिक प्रतियोगिता में अंतिम राउंड में दौडते वक्त अंतिम लाइन से कुछ मीटर ही दूर थे और उनके सभी प्रतिस्पर्धी पीछे थे।*

*अबेल ने स्वर्ण पदक लगभग जीत ही लिया था,,,*

*इतने में कुछ गलतफहमी के कारण वे अंतिम रेखा समझकर एक मिटर पहले ही रुक गए।*

*उनके पीछे आनेवाले #स्पेन के इव्हान_फर्नांडिस के ध्यान में आया कि अंतिम रेखा समझ नहीं आने की वजह से वह पहले ही रुक गए।*

*उसने चिल्लाकर अबेल को आगे जाने के लिए कहा लेकिन स्पेनिश नहीं समझने की वजह से वह नही हिला।*

*आखिर मे इव्हान ने उसे धकेल कर अंतिम रेखा तक पहूंचा दिया ।*

*इस कारण अबेल का प्रथम तथा इव्हान का दूसरा क्रमांक आया।*

*पत्रकारों ने इव्हान से पूछा तुमने ऐसा क्यों किया ?*

*मौका मिलने के बावजूद तुमने प्रथम क्रमांक क्यों गंवाया ?*

*इव्हान ने कहा "मेरा सपना है कि हम एक दिन ऐसी मानवजाति बनाएं जो एक दूसरे को मदद करेगी ना कि उसकी भूल से फायदा उठाएगी।*

*मैने प्रथम क्रमांक नहीं गंवाया।*

*पत्रकार ने फिर कहा लेकिन तुमने कीनियाई प्रतिस्पर्धी को धकेलकर आगे लाए ।* 

*इस पर इव्हान ने कहा "वह प्रथम था ही, यह प्रतियोगिता उसी की थी।"*

*पत्रकार ने फिर कहा " लेकिन तुम स्वर्ण पदक जीत सकते थे" "तुम समझते हो उस जीतने का क्या अर्थ होता।* 

*मेरे पदक को सम्मान मिलता ?*

*मेरी मां ने मुझे क्या कहा होता ?*

*संस्कार एक पीढी से दूसरी पीढी तक आगे जाते रहते है।*

*मैने अगली पीढी को क्या दिया होता ?*

*"दूसरों की दुर्बलता या अज्ञान का फायदा न उठाते हुए उनको मदद करने की सीख मेरी मां ने मुझे दी है।"*

                *दूसरी घटना*

*टोक्यो ओलंपिक में पुरुषों की हाई जम्प फाइनल।*

*फाइनल में इटली के जियान मारको टेम्पबरी का सामना क़तर के मुताज़ इसा बर्शिम से हुआ।*

*दोनों ने 2.37 मीटर की छलांग लगाई और बराबरी पर रहे !*

*उसके बाद ओलंपिक अधिकारियों ने उनमें से प्रत्येक को तीन और प्रयास दिए,,,*

*लेकिन वे 2.37 मीटर से अधिक तक नहीं पहुंच पाए।*

*उन दोनों को एक और प्रयास दिया गया, लेकिन उसी वक़्त टाम्पबेरी पैर में गंभीर चोट के कारण अंतिम प्रयास से पीछे हट गए।* 

*ये वो क्षण था जब मुताज़ बरशिम के सामने कोई दूसरा विरोधी नहीं था औऱ उस पल वह आसानी से अकेले सोने को जीत सकते थे !*

*लेकिन बर्शिम के दिमाग में कुछ घूम रहा था औऱ फ़िर कुछ सोचकर उसने एक अधिकारी से पूछा,,,*

*"अगर मैं भी अंतिम प्रयास से पीछे हट जाऊं तो क्या हम दोनों के बीच गोल्ड मैडल साझा किया जा सकता है ?"*

*कुछ देर बाद एक आधिकारी जाँच कर पुष्टि करता है और कहता है "हाँ बेशक गोल्ड आप दोनों के बीच साझा किया जाएगा"।* 

*बर्शिम के पास और ज्यादा सोचने के लिए कुछ नहीं था ।*

*उसने आखिरी प्रयास से हटने की घोषणा की।*

*यह देख इटली का प्रतिद्वन्दी ताम्बरी दौड़ा और मुताज़ बरसीम को गले लगा कर चिल्लाया !*
*दोनों भावुक होकर रोने लगे।*

*लोगों ने जो देखा वह खेलों में प्यार का एक बड़ा हिस्सा था जो दिलों को छूता है।*

*यह अवर्णनीय खेल भावना को प्रकट करता है जो धर्मों, रंगों और सीमाओं को अप्रासंगिक बना देता है !!!*

*इंसान का किरदार किसी भी मैडल से बड़ा है ।*

एक अच्छा लेख whatsapp पर मिला।

यह विश्लेषण मेरे व्यापारिक गुरुदेव जी ने साझा किया था और मैं आप सभी से साझा कर रहा हूं ll
*बुढापा पैरों से शुरु होता है*
*(विशेषतः मेरे सीनियर सिटीजन मित्रों के लिए)*
मुझे आज उपरोक्त में एक समझने लायक लेख मिला। मैं तो रोज कम से कम 45 मिनट लगातार पैदल चलता हूं जो मेरे ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखने में मदद करता है व यही सीनियर सिटीजन्स हेतु सबसे अच्छी एक्सरसाइज है। इस लेख में पैदल चलने के और भी फायदे बताए हैं। मैं पैरों के नर्व्स और वेंस के लिए स्ट्रेच एक्सरसाइज़ में अलाली कर लेता था, जो अब नही करूँगा। क्योंकि पिंडली को कुछ लोग इसमें नर्व्स और वेंस के कारण इसे छोटा दिल जो कहते हैं। शायद ये लेख आपको भी उचित लगे।
*बुढ़ापा पैरों से ऊपर की ओर शुरू होता है !  अपने पैरों को सक्रिय और मजबूत रखें !!*
जैसे-जैसे हम साल ढलते जाते हैं और रोजाना बूढ़े होते जाते हैं, हमारे पैर हमेशा सक्रिय और मजबूत बने रहने चाहिए।
जैसा।  हम लगातार बूढ़े हो रहे हैं / वृद्ध हो रहे हैं, हमें  बालों के भूरे (या) त्वचा के झड़ने (या) झुर्रियों से डरना नहीं चाहिए।
दीर्घायु के संकेतों में, जैसा कि अमेरिकी पत्रिका "रोकथाम" द्वारा सारांशित किया गया है, मजबूत पैर की मांसपेशियों को शीर्ष पर सूचीबद्ध किया गया है, क्योंकि यह सबसे महत्वपूर्ण और आवश्यक है।
यदि आप दो सप्ताह तक अपने पैर नहीं हिलाते हैं, तो आपके पैरों की ताकत 10 साल कम हो जाएगी।
डेनमार्क में कोपेनहेगन विश्वविद्यालय के एक अध्ययन में पाया गया कि वृद्ध और युवा दोनों, *निष्क्रियता* के दो हफ्तों के दौरान, पैरों की मांसपेशियों की ताकत *एक तिहाई * कमजोर हो सकती है जो *20 से 30 साल की उम्र के बराबर है।*
जैसे-जैसे हमारे पैर की मांसपेशियां कमजोर होती हैं, ठीक होने में लंबा समय लगेगा, भले ही हम बाद में पुनर्वास और व्यायाम करें।
इसलिए, *चलना जैसे नियमित व्यायाम बहुत जरूरी है*।
पूरे शरीर का भार/ भार पैरों पर रहता है और आराम करता है। पैर एक प्रकार के स्तंभ हैं, जो मानव शरीर के पूरे भार को वहन करते हैं।
दिलचस्प बात यह है कि किसी व्यक्ति की 50% हड्डियाँ और 50% मांसपेशियाँ दोनों पैरों में होती हैं। मानव शरीर के सबसे बड़े और मजबूत जोड़ और हड्डियां भी पैरों में होती हैं।मजबूत हड्डियां, मजबूत मांसपेशियां और लचीले जोड़ "आयरन ट्राएंगल" का निर्माण करते हैं जो सबसे महत्वपूर्ण भार यानी *मानव शरीर को वहन करता है।*
 ️70% मानव गतिविधि और किसी के जीवन में ऊर्जा का जलना दो पैरों से होता है।
क्या आप यह जानते हैं?  जब इंसान जवान होता है तो उसकी *जांघों में इतनी ताकत होती है कि वह 800 किलो की छोटी कार को उठा सके।
पैर शरीर की हरकत का केंद्र है*।
दोनों पैरों में मिलकर मानव शरीर की 50% नसें, 50% रक्त वाहिकाएं और 50% रक्त उनमें से बहता है।
यह सबसे बड़ा संचार नेटवर्क है जो शरीर को जोड़ता है।
केवल जब पैर स्वस्थ होते हैं तब रक्त की कन्वेंशन धारा सुचारू रूप से प्रवाहित होती है, इसलिए जिन लोगों के पैर की मांसपेशियां मजबूत होती हैं, उनका हृदय निश्चित रूप से मजबूत होता है।
बुढ़ापा पैरों से ऊपर की ओर शुरू होता है।*
जैसे-जैसे व्यक्ति बड़ा होता है, मस्तिष्क और पैरों के बीच निर्देशों के संचरण की सटीकता और गति कम हो जाती है, इसके विपरीत जब कोई व्यक्ति युवा होता है।
इसके अलावा, तथाकथित अस्थि उर्वरक कैल्शियम जल्दी या बाद में समय बीतने के साथ खो जाएगा, जिससे बुजुर्गों को हड्डियों के फ्रैक्चर का खतरा अधिक हो जाएगा।
बुजुर्गों में अस्थि भंग आसानी से जटिलताओं की एक श्रृंखला को ट्रिगर कर सकता है, विशेष रूप से घातक रोग जैसे मस्तिष्क घनास्त्रता।
क्या आप जानते हैं कि आम तौर पर 15 फीसदी बुजुर्ग मरीजों की जांघ की हड्डी में फ्रैक्चर के एक साल के भीतर मौत हो जाती है।  ?
पैरों की एक्सरसाइज करने में कभी देर नहीं लगती, 60 साल की उम्र के बाद भी।*
हालांकि समय के साथ हमारे पैर/पैर धीरे-धीरे बूढ़े हो जाएंगे, लेकिन हमारे पैरों/पैरों का व्यायाम करना जीवन भर का काम है।
केवल पैरों को मजबूत करके ही आगे बढ़ती उम्र को रोका जा सकता है या कम किया जा सकता है।
कृपया रोजाना कम से कम 30-40 मिनट टहलें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि आपके पैरों को पर्याप्त व्यायाम मिले और यह सुनिश्चित हो सके कि आपके पैर की मांसपेशियां स्वस्थ रहें।
यदि आप सहमत हैं तो आपको इस महत्वपूर्ण जानकारी को अपने सभी दोस्तों और परिवार के सदस्यों के साथ साझा करना चाहिए, क्योंकि हर कोई दैनिक आधार पर बूढ़ा हो रहा हैll
🚩🚩🚩जय श्री राम🚩🚩🚩🚩🙏

Sunday, August 29, 2021

45 की उम्र के बाद रेगुलर exercise क्यों जरूरी?

शुक्रवार 27 अगस्त 2021 के दैनिक भास्कर के अंक में यह आर्टिकल उन लोगो के लिए जिनकी उम्र 45 वर्ष से अधिक है।

Friday, August 20, 2021

जीवन दर्शन

*एक बुजुर्ग के सिर पर 8 बाल थे..*
*वो नाई की दुकान गया तो नाई ने गुस्से से पूछा : क्या करूँ, "गिनू की काटू?"*

*बूढ़े ने हँस कर कहा : "कलर कर दो !!"*
*और दोनों हँस दिए !*

*जीवन आनंद के लिए है, चाहे जो हो, बस मुस्कुराते रहो !!*

*यदि आप चिंतित हो, तो खुद को थोड़ा आराम दो,*
*कुछ हलवा, रबड़ी, मलाई लो...*

*अंग्रेजी वर्ण हमें सिखाते हैं...*
*A B C....*
*Avoid Boring Company*
*मायूस संगत से दूर रहो*

*D E F...*
*Don't Entertain Fools*
*मूर्खों पर समय व्यर्थ मत करो*

*G H I....*
*Go For High Ideas*
*ऊंचे विचार रखो*

*J K L M....*
*Just Keep a friend like Me*
*मेरे जैसा मित्र रखो*

*N O P...*
*Never Overlook the Poor n Suffering*
*गरीबों व पीडितों को कभी अनदेखा मत करो*

*Q R S.*.
*Quit Reacting to Silly tales*
*मूर्खों की बातों पर प्रतिक्रिया मत दो*

*T U V....*
*Tune Urself for ur Victory*
*खुद की जीत सुनिश्चित करो*

*W X Y Z...*.
*We Xpect You to Zoom ahead in life*
*हम आपसे जीवन मे आगे देखने की आशा करते हैं !!*

*यदि आपने चाँद को देखा, तो आपने ईश्वर की सुन्दरता देखी। यदि आपने सूर्य को देखा, तो आपने ईश्वर का बल देखा,और यदि आपने आइना देखा तो आपने ईश्वर की सबसे सुंदर रचना देखी। इसलिए आप सभी स्वयं पर विश्वास रखो !!*

Sunday, August 8, 2021

*गौमाता व भैंस में अंतर*

*गौमाता व भैंस में अंतर* 

*दोनों में अंतर :*

1. भैंस अपने बच्चे से पीठ फेर कर बैठती है चाहे उसके बच्चे को कुत्ते खां जायें वह नही बचायेगी, जबकि गाय के बच्चे के पास अनजान आदमी तो क्या शेर भी आ जाये तो जान दे देगी परन्तु जीते जी बच्चे पर आंच नही आने देगी। इसीलिए उसके दूध में स्नेह का गुण भरपूर होता है।

2. भैंस के दो बेटे बड़े होकर यानि  दो झोटे एक गांव में मिलकर नहीं रह सकते। आमना सामना होते ही एक दूसरे को मारेंगे, भाई भाई  का दुश्मन ! परन्तु  गाय के 10 साण्ड इकट्ठे रह सकते हैं, ये भाईचारे का प्रमाण है।

3. भैंस गन्दगी पसन्द है, कीचड़ में लथपथ रहेगी पर गाय अपने गोबर पर भी नहीं बैठेगी वह स्वच्छता प्रिय है।

4. भैंस को घर से 2 किमी दूर तालाब में छोड़कर आ जाओ वह घर नहीं आ सकती उसकी यादास्त जीरो है। गाय को घर से 5 किमी दूर छोड़ दो वह घर का रास्ता जानती है, आ जायेगी ! गाय के दूध में स्मृति तेज है।

5. दस भैंस बान्धकर 20 फुट दूर से उनके बच्चों को छोड़ दो, एक भी बच्चा अपनी मां को नही पहचान सकता जबकि गोशालाओं में दिन भर गाय व बच्चे अलग अलग शैड में रखते हैं, सायंकाल जब सबका मिलन होता है तो सभी बच्चे (हजारों की स॔ख्या में) अपनी अपनी मां को पहचान कर दूध पीते हैं, ये है गोदुग्ध की मेमरी।

6. जब भैंस का दूध निकालते हैं तो भैंस सारा दूध दे देती है परन्तु  गाय थोड़ा सा दूध ऊपर चढ़ा लेती है, और जब उसके बच्चे को छोड़ेंगे तो उस चढाये दूध को उतार देती है ! ये गुण माँ के हैं जो भैंस मे नही हैं।

7. गली में बच्चे खेल रहे हों और भैंस भागती आ जाये तो बच्चों पर पैर अवश्य रखेगी लेकिन गाय आ जाये तो कभी भी बच्चों पर पैर नही रखेगी।

8. भैंस धूप और गर्मी सहन नहीं कर सकती जबकि गाय मई जून में भी धूप में बैठ सकती है।

9. भैंस का दूध तामसिक होता है जबकि गाय का सात्विक ! भैंस का दूध आलस्य भरा होता  है, उसका बच्चा दिन भर ऐसे पड़ा रहेगा जैसेे अफीम या भांग खाकर पड़ा है, जब दूध निकालने का समय होगा तो मालिक उसे ठोकरें मारकर उठायेगा परन्तु गाय का बछड़ा इतना उछलेगा कि आप रस्सा खोल नही पायेंगे ठीक से।
*🙏जय गौमाता🙏🚩🚩*

जीवन के अंतिम चरण के कुछ उपाय

*जीवन के इन तीन चरणों में दुखी न हों:* *(1) पहला कैंप :-58 से 65 वर्ष* कार्यस्थल आपसे दूर हो जाता है। अपने करियर के दौरान आप चाहे कितने भी स...